वृषभ लगन वाले लोगों की विशेषताएँ I

blog_img

वृषभ लगन वाले लोगों की विशेषताएँ I

 

vrishabh lagna - वैदिक ज्योतिष में सभी राशियों का अपना महत्व होता है और सभी के अलग कारकत्व होते हैं. कुछ राशि शुभ तो कुछ अशुभ मानी जाती है. भिन्न लग्नों की कुंडलियों की चर्चा को आगे बढ़ाते हुए हम आज वृषभ राशि की बात करेगें. इस राशि की विशेषताओं के बारे में जानेगें. यदि आपका वृष लग्न है तब आपके लिए कौन से ग्रह शुभ होगें और कौन से ग्रह अशुभ होगें, उन सब के बारे में चर्चा करेगें. 

वृष राशि राशि चक्र की दूसरी राशि है और इसका विस्तार 30 से 60 अंश के मध्य माना गय है. इस राशि का स्वामी ग्रह शुक्र को माना गया है और शुक्र सौम्य ग्रह होने से यह राशि भी सौम्य कहलाती है. इस राशि की गणना स्त्री संज्ञक राशि में की जाती है.

Book Your Personal Consultation with Guru Virender Shukla

इस राशि का रंग सफेद माना गया है, शायद इसी कारण इस राशि के व्यक्ति सुंदर व गौर वर्ण के होते हैं. इस राशि का प्रतीक चिन्ह इसके नामानुसार वृष अर्थात बैल है. बैल जैसा अड़ियल रुख इस राशि के जातकों में दिखाई देता है.

यह स्थिर स्वभाव की राशि होती है और इसी कारण इस राशि में ठहराव देखने को मिलता है. इस राशि के लोगो को जल्दबाजी पसंद नहीं होती है. यह पृष्ठोदय राशि है अर्थात आगे से उठने वाली राशि है. यह राशि पृथ्वी तत्व के अन्तर्गत आती है.vrishabh lagna

वृष लग्न होने से आप स्वभाव से शांत व गंभीर व्यक्ति होते हैं. आपको ज्यादा भाग दौड़ पसंद नहीं होती है. आप जल्दबाजी में कभी कोई निर्णय नहीं लेते हैं. दूरगामी परिणामो को जांचने के बाद ही आप किसी नतीजे पर पहुंचते हैं.

आपको अपने जीवन में बहुत जल्दी-जल्दी बदलाव पसंद नहीं होगा. इसलिए आप आसनी से स्थान परिवर्तन नहीं करते हैं. एक ही जगह पर बहुत समय तक बने रहते हैं. शुक्र का प्रभाव होने से आप सौन्दर्य प्रेमी होते हैं. आपको सुंदर और कलात्मक चीजें पसंद होती है. आप स्वभाव से रोमांटिक भी होते हैं.

वैसे तो आपको क्रोध कम आएगा लेकिन जब आएगा तब अत्यधिक आएगा, तब आपको शांत करना सरल नही होगा. आप स्वभाव से उदार हृदय होते हैं लेकिन आप एकांतप्रिय होगें. आपको ज्यादा भीड़ भाड़ कम ही पसंद होगी. आप जीवन में धन कमाने की इच्छा रखते है और धन एकत्रित करने में सफल भी होते हैं.vrishabh lagna

शुभ ग्रह : शनि (भाग्येश व राज्येश), सूर्य (चतुर्थेश) बुध (पंचमेश)
अशुभ ग्रह : चंद्रमा (तृतीयेश), बृहस्पति (अष्टमेश व आयेश)
तटस्थ गृह : शुक्र (लग्नेश, षष्ठेश), मंगल (सप्तमेश, व्ययेश)

शुभ रत्न : नीलम, माणिक, पन्ना
(शनि आदि ग्रहों की शुभता हेतु)

शुभ रंग : हरा, नीला, काला
शुभ वार : शनिवार, रविवार
इष्ट देव : दुर्गा जी

ALSO READ:-  मेष लगन वाले लोगों की विशेषताएँ I

Book Your Personal Consultation with Guru Virender Shukla